केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे. पी. नड्डा ने सुरक्षित और पौष्टिक आहार की जरूरत पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत खाद्य उत्पादों के स्थानीय उत्पादन पर भी बल दिया। यह सुनिश्चित करने के लिए जिन खाद्य पदार्थ का उपभोग किया जा रहा है वे सुरक्षित, स्वस्थ और पौष्टिक हैं तथा विनिर्माण प्रक्रिया में खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसए) अधिनियम, 2006 के नियमों के पालन से संबंधित मुद्दों पर स्वास्थ्य मंत्री ने हाल में ही एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के सभी साझेदारों, औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग और खाद्य प्रसंस्करण विभाग के सचिवों, एफएसएसए के अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी अधिकारी और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बैठक में खाद्य़ पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘उत्पादों को मंजूरी’ तंत्र समेत खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसए) अधिनियम, 2006 के तहत नियमन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि उनका मंत्रालय एफएसएसएआई के साथ मिलकर समयबद्ध तरीके से खाद्य उत्पादों की मंजूरी देने की प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए प्रयासरत है। इससे न केवल खाद्य उत्पादों के कई लम्बित प्रस्तावों को मंजूर देने में मदद मिलेगी, बल्कि इससे घरेलू खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
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