नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। बरास्ते चीन, एक और जानलेवा वायरस दुनिया भर में फैलने को तैयार हो रहा है। कोरोना भी चीन के वुहान लैब से ही बाहर आया था। इसके लिए चीन में प्रयोग चल रहा है। रिपोर्ट के अनुसार इस वायरस की चपेट में आने से चूहों की मृत्यु दर सौ फीसद बताई जा रही है।
आठ दिन में हुई मौत
इस बात का दावा प्री-पीयर रिव्यूड जर्नल में किया गया है। इसी महीने बायोरेक्सिव (bioRxiv) पर प्रकाशित पेपर में दावा किया गया है कि चीनी सेना के प्रशिक्षित डॉक्टरों ने पैंगोलिन कोरोना वायरस (pangolin coronavirus) को अपना नया वैरिएंट बनाया है। लैब में बने इस वायरस को GX-P2V नाम दिया गया है। लैब में इससे संक्रमित होने पर चूहों में गंभीर लक्षण दिखाई दिए। पांच दिनों के भीतर उनका वजन तेजी से कम होने लगा। उनके अंदर सुस्ती आने लगी। आंखें भी सफेद होने लगीं। वायरस की चपेट में आने के आठ दिन के भीतर चूहों की मौत हो गई। इससे पता चलता है कि यह वायरस कितना जानलेवा है। रिसर्च में पता चला है कि यह वायरस चूहों के मस्तिष्क, आंखों और फेफड़ों तक फैल गया था। इसके साथ ही चूहों की मौत के आखिरी दो दिन पहले मस्तिष्क में वायरस का असर ज्यादा था।
वायरस से गंभीर संक्रमण
रिपोर्ट के अनुसा वायरस से संक्रमित चूहों के फेफड़ों में वायरल छठे दिन तक काफी कम हो गया। मस्तिष्क के सैंपल में वायरल RAN लोड और वायरल टाइटर्स (viral titers) दोनों ही तीसरे दिन कम थे। लेकिन छठे दिन काफी हद तक बढ़ गया। इस खोज से पता चला कि संक्रमण के बाद के चरणों के दौरान गंभीर मस्तिष्क संक्रमण इन चूहों की मृत्यु का बड़ा कारण हो सकता है। स्टडी में इस वायरस के बारे में चिंता जताई गई है। यह इंसानों को भी प्रभावित कर सकता है। चूहों में संक्रमण के बाद मौत हो गई है। रिसर्च करने वाली टीम का कहना है कि पैंगोलिन कोरोना वायरस चूहों में सौ फीसद मृत्यु का कारण बन सकता है।