प्रियंका सिंह
नयी दिल्ली। कोरोना संकट से दो साल से जूझ रही दुनिया संक्रमण कम होने से राहत की सांस ले रही है लकिन यह राहत ज्यादा दिन नहीं रह पायेगी। खबर आ रही है कि अब चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर कोरोना से भी घातक वायरस तैयार कर रही है। अगर ऐसा होता है तो यही माना जायेगा कि कोरोना चीन का ही बायो वेपन था क्योंकि इसका प्रसार चीन के वुहान से ही हुआ था।
तीन साल की डील
मीडिया में आ रही खबर के मुताबिक चीन और पाकिस्तान रावलपिंडी के एक लैब में घातक वायरस तैयार कर रहे हैं। इसमें वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और पाकिस्तानी सेना के डिफेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी ऑर्गेनाइजेशन यानी Dasto ने एक एडवांस ढांचा तैयार किया है। एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार एंथोनी क्लैन ने भी 2020 में इसका खुलासा किया था। उसने कहा था कि चीन और पाकिस्तान ने तीन साल का एक करार किया है। इसका मकसद बायो वेपन बनाना है। क्लैन ने दावा किया था यह दुनिया से छिपा हुआ एक गुप्त सौदा है। इसका मतलब है कि 2023 में नया वायरस लोगों की जान लेने आ जायेगा। उसके दावे के मुताबिक पाकिस्तान के लैब में घातक बैक्टीरिया और बात से इनकार किया था।