स्वस्थ भारत मीडिया
कोविड-19 / COVID-19 नीचे की कहानी / BOTTOM STORY मन की बात / Mind Matter समाचार / News

देश में 55 पत्रकार हुए कोविड-19 संक्रमित, प्रो. के.जी. सुरेश की मीडियाकर्मियों के लिए जारी की गई गाइडलाइंस की आई याद

देश में 55 पत्रकार कोविड-19  से संक्रमित हो गए हैं। ऐसे में प्रो. के.जी. सुरेश की उस गाइडलाइंस की याद आ रही है, जिसे उन्होंने कोविड-19 से बचने के लिए मीडियाकर्मियों एवं मीडिया-संस्थान के लिए बनाया था।

आशुतोष कुमार सिंह
नई दिल्ली/ एसबीएम/20.04.20

 
देश में जहां कोविड-19 मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं दूसरी तरफ इस खबर ने सभी पत्रकारों के कान खड़े कर दिए हैं। कोविड-19 से जुड़ी हुई खबरों को पहुंचाने वाले पत्रकार भी अब इसके चपेट में आ गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में टीवी रिपोर्टर, कैमरामैन और फोटोग्राफर्स समेत 21 पत्रकार कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। दरअसल, 16 अप्रैल को किए गए करीब 167 पत्रकारों के कोविड-19 टेस्ट में 53 पत्रकार इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसके पूर्व तमिल डेली के एक उप संपादक एवं एक तमिल टीवी पत्रकार भी इस रोग से संक्रमित हो चुके है।
इस खबर के बाद प्रो. के.जी. सुरेश की उन सुझावों पर सबका ध्यान जाने लगा है। जिन सुझावों में उन्होंने मीडिया के लिए कुछ गाइडलाइंस तय किए थे। मार्च के तीसरे सप्ताह में उन्होंने इस गाइडलाइनंस को जारी किया था। देहरादून की बहु-विषयक और विशेषज्ञता केंद्रित यूनिवर्सिटी ‘यूपीईएस’ (UPES) में ‘स्कूल ऑफ मॉडर्न मीडिया’ (School of Modern Media) के डीन और और ‘आईआईएमसी’ के पूर्व महानिदेशक प्रोफेसर के.जी. सुरेश की गाइडलाइंस को सभी मीडियाकर्मियों को देख-समझ लेना चाहिए।
 प्रो. के.जी. सुरेश ने क्या कहा?
इस बावत स्वस्थ भारत मीडिया से बात करते हुए प्रो. के.जी.सुरेश ने कहा कि,  न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन और न्यूज ब्रॉडकास्ट स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी जैसे मीडिया संगठन भी समय-समय पर पत्रकारों को सलाह देते रहे हैं कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने और संक्रमितों से मिलने से बचें। अंतर्राष्ट्रीय संगठनों जैसे Committee for the Protection of Journalists भी पत्रकारों की सुरक्षा के लिए दिशा निर्देशों जारी किया है। मैंने भी एक महीना पहले पत्रकारों एवं मीडियाकर्मियों के लिए एक गाइडलाइंस जारी किया था। इस गाइडलाइंस का प्रसार सोशल मीडिया एवं अन्य जगहों पर खूब हुआ था। लेकिन ऐसा लगता है कि मेरी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया। इस बात का गवाही खुद पत्रकारों को हुए संक्रमण दे रहा है। मुझे आशा है कि मेरे उस दिशा-निर्देशों का अनुपालन कम से कम अब शुरू सकेगा…

 प्रो. के.जी. सुरेश द्वारा मीडिया संस्थानों लिए तैयार की गई गाइडलाइंस के मुख्य बिन्दु निम्नवत है
  1. पूरे कार्यालय को सैनिटाइज किया जाए। इनमें सार्वजनिक स्थान (जहां पर कई लोगों का आना-जाना हो), न्यूजरूम्स, प्रॉडक्शन कंट्रोल रूम्स, सर्वर रूम्स, स्टूडियो, कॉरिडोर, लाउंज, कैंटीन, रिसेप्शन और टॉयलेट्स आदि सभी स्थानों को शामिल किया जाए।
  2. प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग गेट का इस्तेमाल किया जाए।
  3. बाहरी लोगों के संपर्क में आने वाले स्टाफ (सुरक्षा गार्ड, रिसेप्शनिस्ट आदि) के लिए मास्क का प्रावधान हो।
  4. सभी एंट्री और एग्जिट पाइंट्स को सैनिटाइज किया जाए। जो कोई भी इन पाइंट्स से गुजरे, उसके लिए सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना आवश्यक किया जाए।
  5. किसी भी व्यक्ति के बिल्डिंग में प्रवेश करने से पूर्व आवश्यक रूप से उसका टेंपरेचर चेक किया जाए।
  6. किसी भी ऐसे एंप्लाई को जो सर्दी, खांसी, बुखार आदि से पीड़ित हो, संस्थान परिसर में प्रवेश की अथवा मौजूद रहने की अनुमति न हो।
  7. जिन एंप्लाईज का ऑफिस आना जरूरी है और उनका काम घर से नहीं हो सकता है, उन्हें छोड़कर अन्य कर्मचारियों के लिए घर से काम करने का विकल्प दिया जाए। (वर्क फ्रॉम होम)
  8. लगातार शिफ्ट को कुछ समय के लिए बंद कर दिया जाए। एक शिफ्ट पूरी हो जाए और उसके एंप्लाई चले जाएं, तब दूसरी शिफ्ट के एंप्लाईज आएं, इस तरह की व्यवस्था की जानी चाहिए।
  9. जब तक हालात नहीं सुधर जाते, तब तक स्टूडियो में बैठकर होने वाली चर्चा को टाल दिया जाए। गेस्ट से बातचीत के लिए लाइव व्यू ऐप्स अथवा स्काईप का इस्तेमाल किया जाए।
  10. जहां संभव हो, वहां मोबाइल जर्नलिज्म (Mobile Journalism) को बढ़ावा दिया जाए।
  11. ऑफिशियल मीटिंग्स और एक-दूसरे से बातचीत करने के लिए विडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाए।
  12. हेल्थ मिनिस्ट्री और डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस के अनुसार ऑफिस में स्टाफ को उचित दूरी पर बैठाया जाए।
  13. न हाथ मिलाएं, न गले मिलें, बल्कि इसके स्थान पर नमस्ते को प्राथमिकता दें।
  14. कैश लेन-देन की बजाय डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा दें।
  15. ओबी वैन, लाइव यू यूनिट्स, पिकअप कैब और असाइनमेंट के लिए इस्तेमाल होने वाले वाहनों को पूरी तरह सैनिटाइज किया जाए। इन वाहनों के ड्राइवर मास्क पहनें और अपने हाथों को सैनिटाइज करें।
  16. सभी रिपोर्टर्स को एक छोटी किट उपलब्ध कराएं, जिसमें अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर्स और टिश्यू पेपर मौजूद हों।
  17. ऑफिस के सभी टॉयलेट्स और कैंटीन में लिक्विड साबुन और टिश्यू पेपर्स रखे जाएं।
  18. अस्वस्थ अथवा कमजोर रिपोर्टर्स को हाई रिस्क की कवरेज का काम न सौंपें। उन्हें घर पर रहने की सलाह दें।
  19. स्टाफ के लिए काउंसिलंग की व्यवस्था कराएं।
  20. सार्वजनिक परिवहन सेवा की जगह स्टाफ को निजी ट्रांसपोर्ट की सुविधा प्रदान करें। इसके लिए भुगतान भी करें, ताकि वे सार्वजनिक परिवहन सेवा का इस्तेमाल कम से कम करें और कम से कम जोखिम हो।
ड्यूटी पर मौजूद रिपोटर्स के लिए गाइडलाइंस
  1. फेक न्यूज से बचें। सही और पुष्ट जानकारी जुटाने के लिए ‘My Gov Corona Helpdesk’ वॉट्सऐप नंबर 91 9013151515 का इस्तेमाल करें।
  2. अपने साथ हमेशा हैंड सैनिटाइजर्स रखें और जहां पर साबुन व पानी न हो तो इसका इस्तेमाल करें।
  3. जब तक बहुत जरूरी न हो, भीड़भाड़ वाले इलाकों में न जाएं।
  4. पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा करने से परहेज करें और जहां तक संभव हो, आने-जाने के लिए अपने निजी वाहन का इस्तेमाल करें।
  5. यदि आपको अपने अंदर कोरोना पीड़ित जैसे जरा भी लक्षण दिखाई दें तो तुरंत ऑफिस मैनेजमेंट को सूचित करें और मेडिकल सहायता लें। यदि आप कोरोना पॉजीटिव किसी व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो अपने आप को क्वारंटाइन (quarantine) कर लें।
  6. न्यूज जुटाते समय अपने न्यूज सोर्स से दूरी बनाकर संवाद करें। इसके अलावा जिन लोगों में इस तरह के लक्षण दिखाई दें, वरिष्ठ नागरिक, बीमार लोगों, कोरोना पीड़ितों के संपर्क में आने वाले लोगों अथवा कोरोना पीड़ितों का उपचार कर रहे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और हाई रिस्क वाले स्थानों पर काम कर रहे लोगों से बातचीत करते समय उचित दूरी बनाए रखें।
  7. क्लिप माइक का इस्तेमाल करने के बजाय एक दूरी पर रहते हुए डायरेक्शनल माइक का इस्तेमाल करें और माइक के ऊपरी कवर्स को समय-समय पर सैनिटाइज करते रहें।
  8. यदि आप किसी हॉस्पिटल अथवा क्वारंटाइन वाली जगह जा रहे हैं तो ग्लब्स, मास्क, डिस्पोजेबल फुटवियर पहनें।
  9. अपने उपकरणों को वाइप्स से साफ करते रहें। काम पर जाने से पहले अपने उपकरणों को अच्छे से साफ और सैनिटाइज कर लें। यह भी सुनिश्चित करें कि जो भी इन उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं, वे भी इन बातों से जागरूक हों।
  10. किसी से हाथ न मिलाएं, बल्कि उसके स्थान पर नमस्ते करें।

11 . नॉर्थ ईस्ट के पत्रकारों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि कुछ अशिक्षित और अज्ञानी लोग ‘चाइना वायरस’ के नाम पर उन्हें निशाना बना सकते हैं।

  1. साइबर सुरक्षा से जुड़ी कंपनी ‘Norton’ के अनुसार, कुछ स्कैमर्स और हैकर्स कथित रूप से लोगों को टार्गेट कर कोरोना वायरस के बारे में गलत और फर्जी ईमेल भेज रहे हैं।
  2. स्टोरी सर्च करते समय अथवा सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस संबंधी किसी भी लिंक पर क्लिक सोच-समझकर करें। ये लिंक आपको किसी ऐसी वेबसाइट पर भी ले जा सकते हैं, जो आपकी डिवाइस को मैलवेयर (malware) के द्वारा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  3. अपने परिवार को सुरक्षित रखें। घर में प्रवेश करने से पहले सैनिटाइजर्स का इस्तेमाल करें और सामाजिक स्तर पर लोगों से दूरी बनाए रखें।
मीडिया कवरेज के लिए गाइडलाइंस
  1. कवरेज के सभी सिद्धांतों के बारे में बताया जाना चाहिए और जागरूकता फैलानी चाहिए।
  2. कवरेज इस तरह की होनी चाहिए, जिससे जनता में किसी तरह की दहशत अथवा भ्रम नहीं फैले।
  3. किसी भी न्यूज अथवा सूचना को प्रकाशित/प्रसारित करने से पूर्व उसकी पुष्टि जरूर कर लेनी चाहिए।
  4. पत्रकारिता के प्रसिद्ध सिद्धांत ‘When in doubt, cut it out’यानी किसी जानकारी में भ्रम है और उसके बारे में पूरी तरह पता नहीं है तो उसे छोड़ देना चाहिए, लेकिन गलत जानकारी नहीं देनी चाहिए।
  5. किसी भी तरह के नीम-हकीम अथवा लोकप्रियता हासिल करने के लिए कोरोना को ठीक करने का दावा करने वालों को प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए यानी उन्हें बढ़ावा नहीं देना चाहिए।
  6. निर्धारित मानदंडों के विरुद्ध बयान देने वाले समूहों अथवा लोगों का प्रचार न करें।
  7. फर्जी बयानों अथवा फर्जी न्यूज को लोगों के सामने उजागर करें।
  8. सैनिटाइज करें न कि सनसनी फैलाएं।
  9. विभिन्न प्रोमोज में और प्रोग्राम्स के द्वारा स्वच्छता के नियमों जैसे-हाथ धोना आदि को बढ़ावा दें।
  10. कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए सरकार अथवा गैर सरकारी संगठनों की जा रही पहल को सपोर्ट करें।

प्रो. के.जी.सुरेश के ये सभी सुझाव मानना आज समय की मांग है। उम्मीद है इस सुझाव को सभी पत्रकार एवं मीडियाकर्मी तो मानेंगे ही साथ-साथ मीडिया घराना भी इसका अनुपालन करेंगे।

Related posts

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को,  तैयारी पूरी

admin

खतरा : नेपाल के पहाड़ों से एक तिहाई बर्फ खत्म

admin

खादी और गांधी बने कोरोना से लड़ने के हथियार

Ashutosh Kumar Singh

Leave a Comment