कोविड-19 से बचाव के लिए आरोग्य सेतु ऐप को सरकार सबका बॉडीगार्ड बता रही है। दूसरी ओर इस ऐप की सुरक्षा को लेकर देश के वरिष्ठ सामाजिक-आर्थिक चिंतक के.एन.गोविंदाचार्य ने कुछ प्रश्न उठाया है
नई दिल्ली/ एसबीएम
कोविड-19 से बचाव के लिए आरोग्य सेतु ऐप को सरकार सबका बॉडीगार्ड बता रही है। दूसरी ओर इस ऐप की सुरक्षा को लेकर देश के वरिष्ठ सामाजिक-आर्थिक चिंतक के.एन.गोविंदाचार्य ने कुछ प्रश्न उठाया है। उन्होंने कहा है कि, आरोग्य सेतु ऐप से यदि कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में मदद मिलती है तो हम सभी को उसका समर्थन है। लेकिन इसे अनिवार्य बनाने से पहले दो बातों का ध्यान रखना जरूरी है जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और लोगों के जीवन का अधिकार बाधित ना हो।
पहला इस ऐप के माध्यम से इकट्ठा किया गया डाटा सिर्फ भारत सरकार के पास ही रहे और उसे निजी और विदेशी कंपनियों के पास नहीं जाने देने के लिए स्पष्ट कानूनी प्रावधान किए जाएं, इससे राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित होगी। दूसरा इस ऐप का गलत, अनाधिकृत या व्यायसायिक इस्तेमाल होने से रोकने के लिए आईटी एक्ट की धारा 43 के तहत एनआईसी की कानूनी जवाबदेही तय होनी चाहिए।
उन्होंने आशंका जताई कि जब देश में हजारों ऐप के माध्यम से लोगों का डाटा चोरी हो रहा है ऐसे में यह जरूरी है इन सभी बातों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाए।
श्री गोविंदाचार्य ने कहा कि डेटा नए जमाने का सोना है, जिसे सुरक्षित रखकर ही भारत की स्वदेशी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का नव निर्माण हो सकेगा।