नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल भारत दुनिया का आठवां सबसे प्रदूषित देश रहा जबकि 2021 में इसका स्थान पांचवां था। हवा में प्रदूषण नापने की इकाई यानी च्ड2.5 में भी गिरावट आई है। इस रिपोर्ट में दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित 20 शहरों में 19 एशिया के हैं, जिनमें 14 भारतीय शहर हैं। इसमें भी 5 बिहार के हैं।
वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट में खुलासा
हवा में प्रदूषण की जांच करने वाली स्विस एजेंसी ने हाल ही वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट जारी की। इसमें 131 देशों का डेटा है। खास यह कि अब तक दिल्ली दुनिया की सबसे ज्यादा प्रदूषित राजधानी थी, लेकिन इस साल एजेंसी नेे दिल्ली का दो हिस्सों में सर्वे किया। एक नई दिल्ली और दूसरा दिल्ली। सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की सूची में दिल्ली चौथे और नई दिल्ली 9वें स्थान पर है। 8वें नंबर पर अफ्रीकी देश चाड की राजधानी अनश्जामेना है। अगर दिल्ली को दो भागों में नहीं बांटा गया होता तो यह अब भी दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी होती।
दिल्ली-एनसीआर में मामूली सुधार
दिल्ली व गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में प्रदूषण के स्तर में गिरावट देखी गई है। औसत पीएम 2.5 की तुलना में गुरुग्राम में 34 तो फरीदाबाद में 21 फीसद तक सुधार हुआ। दिल्ली में 8 फीसद ही सुधार आया है, लेकिन इन शहरों में प्रदूषण अभी भी बहुत ज्यादा है। इससे सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को है। प्रदूषण से उनके फेफड़े प्रभावित हो रहे हैं। बुजुर्गों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें बढ़ रही हैं।
बिहार के 5 जिले सूची में
सबसे प्रदूषित शहरों में 10 शहर यूपी और 7 हरियाणा के हैं। हालांकि आगरा में पिछले साल के मुकाबले 55 फीसद तक का सुधार देखने को मिला है। आगरा में 2017-21 के बीच PM2.5 85 माइक्रोग्राम था। 2022 में यह सिर्फ 38 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। सबसे प्रदूषित 100 शहरों में 72 दक्षिण एशिया के हैं। इनमें ज्यादातर शहर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के हैं। रिपोर्ट में दक्षिण एशिया को वायु प्रदूषण का केंद्र बताया गया है। बिहार के दरभंगा, छपरा, मुजफ्फरपुर, आसोपुर, पटना का नाम भी प्रदूषित शहर के रूप में दर्ज हुआ है।