नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। अब तक देष में कुल एक लाख 73 हजार 881 आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किए गए हैं और 31 जुलाई, 2024 तक इनका संचालन शुरू हो गया है। इसके तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मौजूदा उप-स्वास्थ्य केंद्रों (SHC) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) को पूर्ण 12 सेवाओं के पैकेज के साथ अन्य सेवाएं भी शामिल हैं।
317 करोड़ लोगों की हुई जांच
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने लोकसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 31 जुलाई, 2024 तक कुल 317.34 करोड़ लोगों ने जांच करवाई है। इसमें उच्च रक्तचाप जांच 84.28 करोड़, मधुमेह की जांच 74.18 करोड़, मुख कैंसर की जांच 49.88 करोड़, स्तन कैंसर की जांच 22.87 करोड़, गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की जांच 15.13 करोड़ की गई।
मानसिक हेल्थ पर भी फोकस
एक अन्य सवाल पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने लोकसभा में बताया कि मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम को 767 जिलों में कार्यान्वयन के लिए मंजूरी दी गई है। आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में दी जाने वाली सेवाओं के पैकेज में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को जोड़ा गया है। देश में अभी 47 सरकारी मानसिक अस्पताल हैं, जिनमें तीन केंद्रीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान शामिल हैं-राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु, लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई क्षेत्रीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान, तेजपुर, असम और केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान, रांची। इसके अलावा 53 टेली मानस प्रकोष्ठ हैं और टेली मानसिक स्वास्थ्य सेवा चल रही है।