नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। जी, यह सपना अब सच होगा। दंत प्रत्यारोपण की जरूरत नहीं है। बस दवा लीजिए। जापान के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा एंटीबॉडी ड्रग बनाया है जिसकी मदद से सयानों में दांतों को टूटने के बाद फिर से उगाया जा सकता है। यह दुनिया की पहली ऐसी दवा है जिसकी मदद से नेचुरल तरीके से दांतों को दोबारा उगाया जा सकेगा। सितंबर 2024 से इस दवा का ह्यूमन ट्रायल शुरू होगा।
दवा से होगा दांतों का ग्रोथ
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक क्योटो यूनिवर्सिटी एफिलिएटेड स्टार्टअप कंपनी Toregem Biopharma ने यह दवा विकसित की है। कंपनी के को-फाउंडर डॉ. ताकाहाशी का कहना है कि दांतों का रिग्रोथ हर डेंटिस्ट का सपना होता है। ऐसे में यह मेडिकल फील्ड में गेम चेंजर साबित होगा। कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार यह ट्रीटमेंट USAG&1 जीन को टारगेट करता है जो दांतों की ग्रोथ को रोकने और नए दांतों के ग्रोथ को बढ़ाने के काम आता है।
पशुओं पर ट्रायल सफल
अब तक इसका क्लिनिकल ट्रायल पशुओं पर हो चुका है और सारे परीक्षण सफल भी रहे हैं। इस शोध में चूहों सहित उन जानवरों पर परीक्षण किया गया जिनके दांतों के पैटर्न इंसानों के समान हैं। अब इसी साल सितंबर में ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल शुरू किये जाएंगे और इसके लिए सबसे पहले उन लोगों को चुना जाएगा जिनके दांत जन्म से नहीं हैं। संभावना है कि साल 2030 तक यह दवा लोगों के लिए बाजार में उपलब्ध हो सकती है। द जापान टाइम्स के मुताबिक टीम ने 2025 में 2 से 6 साल की उम्र के बच्चों के लिए दवा का क्लिनिकल परीक्षण करने की योजना बनाई है। ये वो बच्चे होंगे जिन्हें जन्म से अब तक दांत नहीं आए। बच्चों को ड्रग देने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाएगा।