नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। एक शोध में पता चला है कि मरीज का इलाज अगर महिला डॉक्टर करें तो उसकी रिकवरी की संभावना ज्यादा रहती है। इतनी ज्यादा कि कई मामलों में उन्हें दोबारा अस्पताल ले जाने की जरूरत कम पड़ी।
7 लाख से अधिक मरीजों पर शोध
एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक टोक्यो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 7 लाख से अधिक मेडिकेयर मरीजों के डेटा का विश्लेषण किया, जिन्हें 2016 से 2019 के बीच इलाज की जरूरत पड़ी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये सब 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और शोध के दौरान अस्पताल में भर्ती थे। इसमें शामिल करीब 4 लाख 60 हजार महिला और 3 लाख 20 हजार पुरुष मरीजों में से एक तिहाई का इलाज महिला डॉक्टरों ने किया था। जिनका भी इलाज महिला डॉक्टरों ने किया, उनकी मृत्यु दर कम थी।
महिला मरीजों को ज्यादा फायदे
यह अध्ययन बताता है कि महिला डॉक्टरों से इलाज करवाने पर महिला मरीजों को ज्यादा फायदा होता है। महिला डॉक्टर अपने मरीजों के साथ अच्छे से बातचीत कर पाती हैं और उनका ध्यान रखने में ज्यादा सावधान रहती हैं। इससे महिला मरीज ज्यादा सहज महसूस करती हैं और अपनी समस्याएं आसानी से बता पाती हैं। इससे यह भी पता चलता है कि अगर महिला डॉक्टरों की संख्या बढ़े तो यह स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार ला सकती है।