नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। मंकीपॉक्स से पीड़ित एक-एक मरीजों की ब्राजील और स्पेन में मौत हो गई है। उधर, केरल में पीड़ित एक व्यक्ति को ठीक हो जाने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। इधर कुछ देशों में चेचेक में इस्तेमाल होने वाले वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई है।
चेचक की वैक्सीन का प्रयोग होगा
WHO की मंजूरी के बाद कुछ यूरोपीय देशों में MVA-BN वैक्सीन को इस्तेमाल करने की दूट दी गई है।,इसका इस्तेमाल चेचक में होता है। इसके अलावा दो और वैक्सीन को लेकर भी चर्चा की जा रही है। ये वैक्सीन MC 16 और ACAM 2000 हैं। डब्ल्यूएचओ ने सभी देशों से कहा है कि वो वैक्सीन की उपयोगिता को लेकर सही जानकारी मुहैया करवाएं। इससे वैश्विक स्तर पर मंकीपाक्स के बढ़ते मामलों को रोकने और इसके इलाज में भी मदद मिल सकेगी।
वैक्सीन के बाद भी समय लगेगा
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ये भी साफ कर दिया है कि इन वैक्सीन से संक्रमण की रफ्तार तुरंत कम हो जाएगी, ऐसा नहीं होगा। न ही मरीज तुरंत ठीक हो जाएगा। इसमें कुछ समय लगेगा। वैक्सीन लेने के बाद भी मरीजों को खुद को बचाए रखने के लिए सभी सावधानियां बरतनी होंगी।
फिलहाल 16 लाख खुराक
संगठन का कहना है कि अभी स्मॉलपॉक्स की वैक्सीन एमवीए-बीएन की केवल 16 लाख ही खुराक हैं। ये सभी बल्क में हैं जिनको फिल और फिनिश करने व इस्तेमाल के लिए तैयार करने में कुछ महीनों का समय लग सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उन सभी देशों से अपील की है जहां ये वैक्सीन उपलब्ध हैं कि उन्हें दूसरों के साथ शेयर करें जहां पर ये नहीं हैं।