आशुतोष कुमार सिंह
केंद्रीय
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन नई दिल्ली में “डब्ल्यूएचओ भारत देश सहयोग
रणनीति 2019-2023: परिवर्तन
का समय” को लॉन्च किया। इस अवसर पर डॉ.
हर्षवर्धन ने कहा कि देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है तथा स्वास्थ्य क्षेत्र
में भी सकारात्मक बदलाव हो रहे हैं। देश सहयोग रणनीति (सीसीएस), भारत सरकार के
साथ डब्ल्यूएचओ के कार्य करने के लिए रणनीतिक रोडमैप है। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य
क्षेत्र के लक्ष्यों को प्राप्त करना, लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना और स्वास्थ्य
क्षेत्र में बदलाव लाना है।
डब्ल्यूएचओ यूएचसी कार्यक्रम में मदद करेगा
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डब्ल्यूएचओ के साथ रणनीतिक सहयोग के लिए चार क्षेत्रों की पहचान की गई हैः यूएचसी कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाना, स्वास्थ्य व आरोग्य को प्रोत्साहन देना, स्वास्थ्य आपात की स्थिति में लोगों की रक्षा करना और स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत के वैश्विक नेतृत्व को मजबूत करना। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि रणनीति में शामिल किए गए स्वास्थ्य प्राथमिकताओं के अलावा पर्यावरण, दुर्घटनाएं, अच्छा पोषण और खाद्य सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
सीसीएस का क्रियान्वयन जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत की प्रगति पर आधारित होगा : डॉ. हेंक बेकेडम
भारत में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डॉ. हेंक बेकेडम ने कहा, सीसीएस का क्रियान्वयन जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत की प्रगति पर आधारित होगा। यह डिजिटल स्वास्थ्य, गुणवत्तापूर्ण दवाओं तक लोगों की पहुंच, व्यापक हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम और आयुष्मान भारत जैसे पहलों के माध्यम से भारत को एक मॉडल के रूप में प्रदर्शित करने का अवसर है। इस आयोजन में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के एएस एंड एमडी मनोज झालानी, डॉ बलराम भार्गव (डीजी-आईसीएमआर), लव अग्रवाल (जेएस, इंटरनेशनल हेल्थ, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय), आलोक कुमार (निदेशक, नीति आयोग), सुश्री पेडन (डिप्टी डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि भारत), डॉ. रोडरिको ओफरिन (डायरेक्टर-प्रोग्राम मैनेजमेंट- डब्ल्यूएचओ –सेआरो), डॉ. बिलाली कमारा (कंट्री निदेशक, यूएनएआईडीएस) और अन्य संयुक्त राष्ट्र निकायों के प्रमुख उपस्थित थे।