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जान की बाजी लगाकर भी सेवारत है दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस सराहनीय कार्य कर रही है। उनकी कर्तव्यपरायणता की कहानी सुना रही हैं गायत्री सक्सेना

 
नई दिल्ली/ एसबीएम
कोविड-19 के कारण पुलिस का एक नया एवं सच्चा रूप देखने को मिल रहा है। कोविड-19 के प्रकोप से सारी दुनिया घरों में बंद है। लोगों की खिड़कियां बंद हैं। ऐसे में इन बंद खिड़कियों से किसी की ओर टकटकी निगाहें देख रही है तो वह है पुलिस-बल। किसी को दवा मंगाना है तो पुलिस, खाना मंगाना है तो पुलिस, सुरक्षा चाहिए तो पुलिस। यानी सदा सर्वदा की तर्ज पर पुलिस सक्रिय है।  इस सक्रियता में उन्हें अपने घर वालों से दूर रहना पड़ रहा है। किसी मरीज की ड्यूटी करनी पड़ रही है। कोविड-19 संक्रमितों को सहयोग करने वाली पुलिस कई बार तो खुद ही संक्रमित हो जा रही है। बावजूद इसके कर्तव्य प्रथम के अनुपालन में हमारी पुलिस कभी भी पीछे नहीं रही है।
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कोविड-19 का कहर दिल्ली के मॉडल टाउन पुलिस लाइन में रहने वाले एक सब इंस्पेक्टर के घर पर टूटा है। परिवार में पती-पत्नी और पुत्र तीनों को कोरोना ने अपने गिरफ्त में ले लिया है। इसी तरह दर्शन विहार, बुराड़ी के रहिवासी एक पुलिसकर्मी भी कोविड-19 से संक्रमित हुआ है। वह पुलिस वाला एक चिकित्सक की देखरेख में तैनात था। दिल्ली पुलिस की आंकड़ों की बात की जाए तो 6 पुलिसकर्मी अभी तक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। और इनके परिवार के भी चार लोग संक्रमित पाए गए हैं।

आपके घर में कोई बुजुर्ग है तो यह खबर आपके लिए है

शांति-सेवा और न्याय के मार्ग पर चलने वाली दिल्ली में पुलिस में 80000 से ज्यादा मानव संसाधन कार्यरत है। सभी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में जुटे हैं। वैसे भी दिल्ली पुलिस हमेशा से मुस्तैद रही है। इस बार कोरोना-काल में दिल्ली पुलिस ने दिखा दिया है कि उनके सामने खुद महाकाल भी आ जाएं तो वे अपने कर्तव्य से विमूख नहीं होंगे। दिल्ली पुलिस की इस तत्परता एवं सामाजिक सरोकार को स्वस्थ भारत मीडिया सैल्यूट करता है। साथ ही देश भर के तमाम पुलिस-बल के जवानों को सैल्यूट करता है जो इस समय देश सेवा में जुटे हुए हैं। हमें उम्मीद है कि पुलिस बल के कार्यों में नागरिक-समाज सार्थक एवं सकारात्मक सहयोग करेगा।

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