दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसलिए दिल्ली सरकार ने नई रणनीति बनाई है। बता रही हैं गायत्री सक्सेनाआयुर्वेद ही है कोविड-19 का समाधान
नई दिल्ली/ 14 अप्रैल
दिल्ली का दिलशाद गार्डन जब कोरोना फ्री घोषित हुआ तो सभी ने राहत की सांस ली थी। लेकिन 13 अप्रैल की शाम होते-होते दिल्ली वालों की खुशी को एक बार फिर से ग्रहण लग गया। 24 घंटों में 356 नए मामले सामने आ गए। मरकज़ के 1071 मामलों के साथ कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1510 हो गई है।
यह भी पढ़ें… आइए ‘भारतीयता’ का दीप हम भी जलाएं…
इस स्थिति को देखकर दिल्ली सरकार को अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर होना पड़ा है। दिल्ली सरकार ने गाउंड जीरो पर काम करने के लिए एक नई टीम बनाने जा रही है। इस टीम का नाम होगा ‘कोरोना फुट वारियर्स कंटेंटमेंट एंड सर्विसलांस टीम’। दिल्ली में ऐसे 13,000 दस्तों को तैयार किया जायेगा। इस टीम के गठन का कार्य जिलाधिकारी को सौपा जाऐगा। बूथ ब्लॉक आफीसर इस टीम का मुखिया होगा। इस टीम में पाँच व्यक्ति अपने-अपने क्षेत्र जैसे एक सिविल डिफेंस वालंटियर, एक आया या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, एक नगर निगम सफाईकर्मी और एक दिल्ली पुलिस का वीट कॉन्स्टेबल टीम के सदस्य होंगे।
यह भी पढ़ें… ‘प्रसव वेदना’ के दौड़ में वैश्विक समाज
नई टीम के लिए कार्य-योजना तैयार
दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों के अनुसार नई टीम को इन बिन्दुओं पर काम करना होगा।
- अपने-अपने इलाके में संदिग्ध कोरोना मामले के बारे में पूछताछ करनी होगी।
- लोगों को फोन करके पूछेंगे कि वह ठीक-ठाक रह रहे हैं या नहीं, उन्हें किसी एसेंशियल आइटम की ज़रूरत तो नहीं। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताएंगे और मास्क पहनने के बारे में कहेंगे।
- टीम के लोग फील्ड में जाकर सोशल डिस्टेंसिंग लागू करवाएंगे। खासतौर से जेजे कॉलोनी, अनाधिकृत कालोनी या बहुत आबादी वाले इलाकों में लोगों को सरकार द्वारा दिए गए निर्देश का पालन करने के लिए कहेंगे और अगर लोग नहीं मानेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई कराएंगे।
- टीम के लोग अपने हिसाब से इलाके में पैदल घूमेंगे और घरों में जाकर देखेंगे कि कोई कोरोना संदिग्ध तो नहीं। अगर कोई संदिग्ध मिलता है तो प्रक्रिया का पालन करते हुए आगे की कार्रवाई करेंगे। जैसे क्वारन्टीन सेन्टर में भिजवाना या आइसोलेशन में भेजना या टेस्ट कराना आदि।
- टीम के लोग कोरोना संदिग्ध को जल्द से जल्द क्वॉरेंटाइन सेंटर या आइसोलेशन सेंटर में पहुंचाने में मदद करेंगे। इलाके को सैनिटाइज करने के काम मे कॉर्डिनेट करेंगे।
- यह टीम रोज शाम को 6:00 बजे तक अपनी रिपोर्ट अधिकारियों को देगी।
केजरीवाल सरकार की तत्परता से यह उम्मीद तो बंधती है कि दिल्ली में हालात जल्द काबू में पा लिया जायेगा। लेकिन इन सबके लिए जरूरी यह है कि दिल्ली के नागरिक सरकार का सहयोग करें और लॉकडाउन का पालन करें।
इसे भी पढ़ें… डरने की नहीं, कोरोना से लड़ने की है जरूरत