नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने डेंगू के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए उसकी रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की पिछले दिनों अध्यक्षता की। उन्होंने डेंगू से लड़ने के लिए तैयार रहने के महत्व पर जोर दिया। मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के लिए कार्यक्रम कार्यान्वयन योजना (PIP) के तहत विभिन्न कार्यों के लिए राज्यों को पर्याप्त धनराशि प्रदान की है जैसे निगरानी, केस प्रबंधन, एलिसा आधारित एनएस1 एंटीजन परीक्षण किट (1किट=96 परीक्षण) की खरीद, वेक्टर नियंत्रण और प्रबंधन, कीटनाशकों की खरीद (Larvicides and Adulticides), प्रशिक्षण और अनुसंधान तथा सतत पर्यवेक्षण।
बिहार में टीम गठित
सूचना के मुताबिक बिहार में रोगियों की संख्या 6500 के पार पहुंच गई है। इससे निपटने के लिए रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है। यह टीम प्रभावित इलाके में घर-घर जाकर जायजा लेगी। साथ ही सघन रूप से फॉगिंग भी सुनिश्चित कराएगी। पटना, भागलपुर, वैशाली, बेगूसराय, मुंगेर व पूर्वी चम्पारण सर्वाधिक प्रभावित जिले हैं। राज्य के 12 मेडिकल कॉलेजों में अभी करीब 800 मरीजों का उपचार चल रहा है।
पश्चिम बंगाल में 38 हजार मरीज
यहां इस साल डेंगू के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक राज्य में बीते सप्ताह तक डेंगू के 38 हजार से ज्यादा नए मरीज दर्ज किये गए हैं। डेंगू की वजह से अब तक पश्चिम बंगाल में करीब 30 मरीजों की मौत हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल में ग्रामीण इलाकों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़े हैं। बीते साल पश्चिम बंगाल में डेंगू के कुल 67271 मामले दर्ज हुए थे और 30 मरीजों की मौत हुई थी।
यूपी-उत्तराखंड भी परेशान
उत्तर प्रदेश में भी डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक यूपी में साल 2022 में डेंगू के 19,821 मामले सामने आए थे और 33 मरीजों की मौत दर्ज की गयी थी। हालांकि इस साल सरकारी पोर्टल पर मौजूद डेटा के मुताबिक अब तक 406 मरीज ही दर्ज किये गए हैं। लेकिन वास्तविक आंकड़े कई गुना ज्यादा हैं। उत्तराखंड में भी डेंगू का कहर तेजी से बढ़ रहा है। आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अब तक डेंगू के कुल 1,130 मरीज मिले हैं। हालांकि सरकार की तरफ से अभी तक डेंगू से होने वाली मौतों का आंकड़ा सार्वजानिक नहीं किया गया है।
दिल्ली में इस साल ज्यादा मरीज
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में डेंगू के मामले बीते 6 सालों में इस साल सबसे ज्यादा सामने आये हैं। 1 जनवरी से 5 अगस्त 2023 के बीच दिल्ली में डेंगू के 348 मामले रिपोर्ट किये गए थे। दिल्ली में मई में डेंगू के 23, जून में 40 और जुलाई में 121 मामले सामने आए हैं। इसके बाद 7 अगस्त को दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया था कि अगस्त महीने के पहले सप्ताह में डेंगू के कुल 105 नए मामले मिले हैं। हालांकि इसके बाद से दिल्ली में डेंगू के आधिकारिक मामलों के रिकॉर्ड जारी नहीं किये गए हैं।
एनसीआर में डेंगू की स्थिति
गाजियाबाद, नोएडा और गुरुग्राम में भी डेंगू के मरीजों की संख्या दोगुनी हुई है। एनसीआर में डेंगू के नए स्ट्रेन डेन 1 और डेन 2 की भी पुष्टि की गई है। गुरुग्राम में मरीजों की संख्या 200 के पार जा चुकी है। गाजियाबाद में डेंगू के मरीजों की संख्या 663 पहुंच चुकी है। रविवार को जिले में कुल 15 नए मरीजों की पुष्टि की गई है। सरकारी आंकड़ों की मानें तो महाराष्ट्र में भी डेंगू के मामले कुल 8000 के पार जा चुके हैं। मुंबई में भारी बारिश के कारण डेंगू के साथ ही मलेरिया और अन्य वेक्टर बोर्न बीमारियों की संख्या बढ़ी है।